मल्हार
एक पंछी अगणित नभ
में उड़ रही आजा़द थी;
उड़ते- उड़ते सांझ हुई जब
बैठ गई ईक डाल पर।
रूक कर...
में उड़ रही आजा़द थी;
उड़ते- उड़ते सांझ हुई जब
बैठ गई ईक डाल पर।
रूक कर...