बदलो की फ़सल
(1)इतनी रातो के रातजगे करके
मैं बुरी तरह से थक चुका हू अब मुझे एक गहरी घनी नींद की तलब से भर गया हू और मैं अब हमेशा के लिए सो जाना चाहता हू
(2...
मैं बुरी तरह से थक चुका हू अब मुझे एक गहरी घनी नींद की तलब से भर गया हू और मैं अब हमेशा के लिए सो जाना चाहता हू
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