अनकहे ज़ज़्बात...
ये जो मैं अपने लफ़्ज़ों में
दर्द की ज़ुबानी लिखता हूँ,
दरअसल मैं अपनी ख़ामोश
आँखों का पानी लिखता हूँ,,,
कुछ शामिल होती हैं ...
दर्द की ज़ुबानी लिखता हूँ,
दरअसल मैं अपनी ख़ामोश
आँखों का पानी लिखता हूँ,,,
कुछ शामिल होती हैं ...