खड़े हैं साल के आखिरी किनारे पर
खड़े हैं आज साल के आखिरी किनारे पर,
जहां कुछ छुट गया, कोई रूठ गया,पर
इस साल में खुद से ही मेरी मुलाकात हुई,
चलो अच्छा हुआ...
जहां कुछ छुट गया, कोई रूठ गया,पर
इस साल में खुद से ही मेरी मुलाकात हुई,
चलो अच्छा हुआ...