मापदण्ड
झूठ की बुनियाद पे
जोड़ दिया परिवार
बहु की सेवा के लालच में
झोंक दिया इक़बाल।
रात दिन अम्मी का
बस एक ही सपना,
बुढ़ापे में बहु की सेवा,
गोद में पोता खिलाना।
अम्मी अब करे भी क्या,
समाज में इज़्ज़त का
एक ही मापदण्ड
जो रह गया।
निकाह नहीं पढ़ा तो
कोई फूटी कोढ़ी
नही निहारेगा,
हर बीते दिन बस
ताना ही कसेगा।
हर बार की तरह
फिर आज कोई देखने आएगा।
आज नहीं तो कल इक़बाल भी
किसी और का हो जाएगा।
#writco #writcopoem #insightrides #kunba #thehellishvisionshow
© Kunba_The Hellish Vision Show
जोड़ दिया परिवार
बहु की सेवा के लालच में
झोंक दिया इक़बाल।
रात दिन अम्मी का
बस एक ही सपना,
बुढ़ापे में बहु की सेवा,
गोद में पोता खिलाना।
अम्मी अब करे भी क्या,
समाज में इज़्ज़त का
एक ही मापदण्ड
जो रह गया।
निकाह नहीं पढ़ा तो
कोई फूटी कोढ़ी
नही निहारेगा,
हर बीते दिन बस
ताना ही कसेगा।
हर बार की तरह
फिर आज कोई देखने आएगा।
आज नहीं तो कल इक़बाल भी
किसी और का हो जाएगा।
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© Kunba_The Hellish Vision Show