हर शाख पर उल्लू
हिंदी भाषा -भाषी ही कर रहे
मातृभाषा का व्यापार,
सहयोग राशि में करके बढ़ोत्तरी
बंद कर रहे रचनाकारों के लिए किवाड़ |
कोई मांग रहे साढ़े तीन सौ
कोई मांग रहे हैं सौ पांच ,
तो कोई हजार में कर...
मातृभाषा का व्यापार,
सहयोग राशि में करके बढ़ोत्तरी
बंद कर रहे रचनाकारों के लिए किवाड़ |
कोई मांग रहे साढ़े तीन सौ
कोई मांग रहे हैं सौ पांच ,
तो कोई हजार में कर...