समिधा💜
समिधा💜
वो हाँ नहीं करती मै ना नहीं सुनता
चल पड़ती है मेरे साथ
बिना कुछ कहे
बिना कुछ पूछे
बस किसी बहुत गहरे परचित् की तरह
मगर मै उससे जब विश्वास का सवाल करता हूँ तब
वो हाँ नहीं करती मै ना नहीं सुनता
मै रोकता हूँ उसे अक्सर बातों के बीच मे
वो बहुत गहरी और तीखी बात करती है
कभी तो लगता है गहरी नींद से उसनींदी मे उठी है
कभी लगता रात भर सोई ही नहीं
मै उसे बहुत सुलझन के बाद की उलझन मे...
वो हाँ नहीं करती मै ना नहीं सुनता
चल पड़ती है मेरे साथ
बिना कुछ कहे
बिना कुछ पूछे
बस किसी बहुत गहरे परचित् की तरह
मगर मै उससे जब विश्वास का सवाल करता हूँ तब
वो हाँ नहीं करती मै ना नहीं सुनता
मै रोकता हूँ उसे अक्सर बातों के बीच मे
वो बहुत गहरी और तीखी बात करती है
कभी तो लगता है गहरी नींद से उसनींदी मे उठी है
कभी लगता रात भर सोई ही नहीं
मै उसे बहुत सुलझन के बाद की उलझन मे...