पग-पग की यात्रा: जीवन के अनकहे मार्ग
#पग-पग
पग -पग धरती पग -पग अम्बर
क्या कुछ ना है पग -पग बोलो
पग- पग अनिल व पग -पग सलिल
संचार में बहे नदियाँ के कल-कल।
पग-पग धरती, पग-पग अम्बर,
क्या कुछ ना है पग-पग बोलो,
पग-पग अनिल व पग-पग सलिल,
संचार में बहे नदियाँ के कल-कल।
पग-पग स्वप्न, पग-पग सच,
पग-पग जीवन, पग-पग संघर्ष,
पग-पग चाँद, पग-पग सूरज,
हर कदम पर बहे अमृत या विष।
पग-पग ख़ुशियाँ, पग-पग ग़म,
पग-पग आंधी, पग-पग सलामत,
पग-पग फूल, पग-पग कांटे,
कभी रुकें, कभी दौड़ते जाते।
पग-पग सोचें, पग-पग खोजें,
सागर को पहचानें, पर्वत को झुके,
पग-पग मुस्कान, पग-पग आंसू,
कभी हार, कभी जीत के रंगों में डूबे।
पग-पग कर्म, पग-पग फल, ...
पग -पग धरती पग -पग अम्बर
क्या कुछ ना है पग -पग बोलो
पग- पग अनिल व पग -पग सलिल
संचार में बहे नदियाँ के कल-कल।
पग-पग धरती, पग-पग अम्बर,
क्या कुछ ना है पग-पग बोलो,
पग-पग अनिल व पग-पग सलिल,
संचार में बहे नदियाँ के कल-कल।
पग-पग स्वप्न, पग-पग सच,
पग-पग जीवन, पग-पग संघर्ष,
पग-पग चाँद, पग-पग सूरज,
हर कदम पर बहे अमृत या विष।
पग-पग ख़ुशियाँ, पग-पग ग़म,
पग-पग आंधी, पग-पग सलामत,
पग-पग फूल, पग-पग कांटे,
कभी रुकें, कभी दौड़ते जाते।
पग-पग सोचें, पग-पग खोजें,
सागर को पहचानें, पर्वत को झुके,
पग-पग मुस्कान, पग-पग आंसू,
कभी हार, कभी जीत के रंगों में डूबे।
पग-पग कर्म, पग-पग फल, ...