...

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कयामत
कयामत से पहले कयामत के बाद
उम्मीदें मुसाफिर मंजिलों के पास
मुकम्मल जहां हो मिल जाने के बाद
कल हो जाने दो फिर करूंगा याद
ढूंढती निगाहें हजार हसरतों के साथ
अब खुश होंगे हकीकत सुनने के बाद
सवाल का सिलसिला थमेगा,
उत्तर के साथ लौटेगा
मुस्कान मुख पर दो दशकों के बाद
अंधियारे से टूटेंगे नाते, दोस्ती उजालों के साथ
अब सपने सच होने चले हैं, कयामत के साथ
❤️❤️
© 01.16