नादान दिल
#WritcoPoemPrompt106
दिल तू कितना नादान है,
खेलता है खुशियों में,
रोता है गम में,
पर मुस्काता है फिर से।
उमंगें हैं अनंत,
सपने हैं बड़े-बड़े,
और आशाएं हैं अनगिनत।
हर पल नया है,
हर पल अनजान है,
पर हर पल खुशियों से भरा है।
इसे समझना मुश्किल है,
पर इसे महसूस करना आसान है,
बस दिल की सुनो।
इसे थाम लो,
इसे समझ लो,
क्योंकि यह बड़ा नादान है।
© All Rights Reserved
दिल तू कितना नादान है,
खेलता है खुशियों में,
रोता है गम में,
पर मुस्काता है फिर से।
उमंगें हैं अनंत,
सपने हैं बड़े-बड़े,
और आशाएं हैं अनगिनत।
हर पल नया है,
हर पल अनजान है,
पर हर पल खुशियों से भरा है।
इसे समझना मुश्किल है,
पर इसे महसूस करना आसान है,
बस दिल की सुनो।
इसे थाम लो,
इसे समझ लो,
क्योंकि यह बड़ा नादान है।
© All Rights Reserved