त्याग
कि क्यूँ तुम्हें देखूँ किसी के इंतज़ार में
कि क्यूँ ये पूछूँ कि कोई है भी कि नहीं
किस तरह से जाने ये
कि वो ख़ास हैं भी कि नहीं
जो भी वो हैं यक़ीनन होंगे बहुत ख़ास
ख़ास इसलिए कि तुम कहते हो
कि इश्क़ त्याग माँगता है
और किसी ने त्याग दिया हो सब कुछ
शायद तुम्हारे लिए
मुझे ख़ुशी है ऐसे इश्क़ को पढ़कर
पर उससे ज़्यादा इस बात की ख़ुशी है
कि मैंने उस इश्क़ को छुआ है
जहाँ त्यागने की प्रथा त्यागी गई
कि मुझसे ना त्याग माँगा गया
ना कभी कुछ त्यागने की व्याकुलता हुई
बस समझने और समझाने की उत्सुकता हुई
मैंने पढ़ा कि त्याग सही है
मगर ख़ुशी है ये समझा
कि ये सही नहीं है।
© Atul Mishra
#kalammishraki
कि क्यूँ ये पूछूँ कि कोई है भी कि नहीं
किस तरह से जाने ये
कि वो ख़ास हैं भी कि नहीं
जो भी वो हैं यक़ीनन होंगे बहुत ख़ास
ख़ास इसलिए कि तुम कहते हो
कि इश्क़ त्याग माँगता है
और किसी ने त्याग दिया हो सब कुछ
शायद तुम्हारे लिए
मुझे ख़ुशी है ऐसे इश्क़ को पढ़कर
पर उससे ज़्यादा इस बात की ख़ुशी है
कि मैंने उस इश्क़ को छुआ है
जहाँ त्यागने की प्रथा त्यागी गई
कि मुझसे ना त्याग माँगा गया
ना कभी कुछ त्यागने की व्याकुलता हुई
बस समझने और समझाने की उत्सुकता हुई
मैंने पढ़ा कि त्याग सही है
मगर ख़ुशी है ये समझा
कि ये सही नहीं है।
© Atul Mishra
#kalammishraki