कहानी जिंदगी की
कभी अंधेरे से डरता था आज अंधेरे में रहता है,
जो हमेशा भीड़ में रहता था अब भीड़ से डरता है।
अकेला रहा नहीं कभी अब अकेले में खुशी ढूंढता है,
रात भर जागता है...
जो हमेशा भीड़ में रहता था अब भीड़ से डरता है।
अकेला रहा नहीं कभी अब अकेले में खुशी ढूंढता है,
रात भर जागता है...