...

6 views

मौत
#shadow #shadowpoem

मैं मौत हूं, मैं मौत हूं
मिट न सके जो कभी
वो अटल मैं सत्य हूं
मैं मौत हूं , मैं मौत हूं

मैं अटल हूं , मैं अमिट हूं
मैं ही अजर, मैं ही अमर हूं
चुनौती न देना...!!
तुम सब की कबर हूं
मैं मौत हूं , मैं मौत हूं

बड़े शूरवीरों की मैं नाशिनी हूं,
रुकी न जो किसी से वो पैशाचिनी हूं !
मैं मौत हूं , मैं मौत हूं

अंतिम हूं मंजिल मैं ,
सबका अंतिम किनारा..!
फिर भी जाने क्यों लगती सबको मैं छुटकारा..??
मैं मौत हूं , मैं मौत हूं

सब दुखो का अंत, सब
पीड़ाओं से छुटकारा
सब बुराइयों से मुक्ति
मैं वरदान तुम्हारा
पर फिर भी क्यों ना जाने
सबने मुझको है नकारा ??
मैं मौत हूं, मैं मौत हूं
© shadow

Related Stories