शांति की लहर
*शांति की लहर*
शब्दों से अधिक मौन की, कीमत तुम पहचानो
अपने मन में तुम इसको, धारण करने की ठानो
कुछ ना कुछ बोलने को, ये मन तुम्हें उकसाएगा
न कहने वाला शब्द ही, वाणी से निकल जाएगा
पछतावा होगा तुम्हें, निराशा भी बहुत सताएगी
तुम्हारी हिम्मत की डोर भी, टूटती...
शब्दों से अधिक मौन की, कीमत तुम पहचानो
अपने मन में तुम इसको, धारण करने की ठानो
कुछ ना कुछ बोलने को, ये मन तुम्हें उकसाएगा
न कहने वाला शब्द ही, वाणी से निकल जाएगा
पछतावा होगा तुम्हें, निराशा भी बहुत सताएगी
तुम्हारी हिम्मत की डोर भी, टूटती...