हिंदुस्तान के बेटे
जो बोले सबका है वतन, वो बात नहीं मानते,
पर खून का हिसाब देखो, सच से क्यों भागते।
हर कतरा मिट्टी का चीख चीख कर बताएगा,
इस तिरंगे के नीचे सब बराबर कहलाए।
पर बोलते वो, जो बाँटते हैं, नाम से,
जिनके अब्बा कर चुके हैं अपमान, उसको बांट के।
ये देश उनका है, जो दिल से इसे निभाते हैं,
ना कि उनका, जो नफरत के बीज लगाते हैं।
कहते हैं यहाँ रहेंगे, पर दिल में बस दोगलापन,
भारत माँ का...
पर खून का हिसाब देखो, सच से क्यों भागते।
हर कतरा मिट्टी का चीख चीख कर बताएगा,
इस तिरंगे के नीचे सब बराबर कहलाए।
पर बोलते वो, जो बाँटते हैं, नाम से,
जिनके अब्बा कर चुके हैं अपमान, उसको बांट के।
ये देश उनका है, जो दिल से इसे निभाते हैं,
ना कि उनका, जो नफरत के बीज लगाते हैं।
कहते हैं यहाँ रहेंगे, पर दिल में बस दोगलापन,
भारत माँ का...