अगर तुम न होते उजाला न होता
अगर तुम न होते उजाला न होता
नहीं रात जाती सवेरा न होता
हसीं ज़ुल्फ के तेरे साये घनेरे
कहाँ जाते जो ये ठिकाना न होता
दिशा भूल जाते...
नहीं रात जाती सवेरा न होता
हसीं ज़ुल्फ के तेरे साये घनेरे
कहाँ जाते जो ये ठिकाना न होता
दिशा भूल जाते...