खोईशहरकीशांति
#खोईशहरकीशांति
एक शहर से चलें, एक शहर के लिए
सुबह हुई कहीं , दोपहर के लिए
सुकून देती यादों की,गठड़ी समेटती
व्यस्त सी धूप की ,चिलमिलाती रोशनी
जरूरत...
एक शहर से चलें, एक शहर के लिए
सुबह हुई कहीं , दोपहर के लिए
सुकून देती यादों की,गठड़ी समेटती
व्यस्त सी धूप की ,चिलमिलाती रोशनी
जरूरत...