वो रोज तकती थी सड़कों पर
वो रोज तकती थी सड़कों पर,
शायद किसी से मिलना था उसको,
मिलकर कुछ कहना था उसको,
शायद मन में कुछ बात थी उसके रहस्यमई,
इसीलिए कभी वो खुलकर नहीं थी हँसती,
काश वो सुनने वाला मिल जाता उसको,
जिसके लिए...
शायद किसी से मिलना था उसको,
मिलकर कुछ कहना था उसको,
शायद मन में कुछ बात थी उसके रहस्यमई,
इसीलिए कभी वो खुलकर नहीं थी हँसती,
काश वो सुनने वाला मिल जाता उसको,
जिसके लिए...