...

2 views

जीवन की सांझ
सूरज
बन कर
मै इस घर में
आया था.
.
फिर जिंदगी के.
अच्छे बुरे दिन
गुज़ार दिए मैने.
कभी हँस
कर. कभी रों कर..

अब आ गई है
जीवन की अंतिम सांझ..
अब तो सूरज क़ो
डूबना ही था