अगर दुख ना होते...
मुश्किलें ना होती तो नहीं होती कोई सीख....
ठोकरे ना होती तो पहचान कैसे करते इंसानों की....
किस आधार पर अपना कहते किसी को....
कहानी होती बस सुने सुनाये बयानों कि
संघर्ष ना होते तो ना होती कद्र जीत की
बड़ी सफलता भी लगती भीख सी....
आसानी से मिलता सब कुछ तो हर गली...
ठोकरे ना होती तो पहचान कैसे करते इंसानों की....
किस आधार पर अपना कहते किसी को....
कहानी होती बस सुने सुनाये बयानों कि
संघर्ष ना होते तो ना होती कद्र जीत की
बड़ी सफलता भी लगती भीख सी....
आसानी से मिलता सब कुछ तो हर गली...