कठपुतली...
सुनो, हमें तो तुम अपने इशारों पर नाचने वाली एक कठपुतली ही समझो..!!
क्योंकि तुम नहीं तो वीरान जिंदगी तुम हो तो जिंदगी उजली ही समझो..!!
तुम हंसोगे तो तुम्हें देख कर हंस लिया करते हैं..
तुम रोते हो तो तुम्हें देखकर रो लिया करते हैं..!!
हमें तोड़ना, मरोड़ना,हँसाना रुलाना सब तुम पर है..
चाहे अपना लो हमें या ठुकरा दो सब तुम पर है..!!
तुम्हें नज़र भर देख पाने को मोहताज़ हैं आज हम..
किस कदर तुम्हें पाने को,टूटकर बेताब हैं हम..!!
...
क्योंकि तुम नहीं तो वीरान जिंदगी तुम हो तो जिंदगी उजली ही समझो..!!
तुम हंसोगे तो तुम्हें देख कर हंस लिया करते हैं..
तुम रोते हो तो तुम्हें देखकर रो लिया करते हैं..!!
हमें तोड़ना, मरोड़ना,हँसाना रुलाना सब तुम पर है..
चाहे अपना लो हमें या ठुकरा दो सब तुम पर है..!!
तुम्हें नज़र भर देख पाने को मोहताज़ हैं आज हम..
किस कदर तुम्हें पाने को,टूटकर बेताब हैं हम..!!
...