मैं अकेला
कल रात
मैं पूरी तरह अकेला था जबकि
मेरी अभीप्सा थी
कोई तो आकर मेरा साथ देगा
मेरे अकेलेपन को. आकर
समेटेगा.....
लेकिन कोई नहीं आया.
यहां तक कि न मेरे निकट कोई
शैतान आया न किसी फ़रिश्ते ने आकर मेरे कंधो को सहलाया.
मैं पूरी तरह अकेला था जबकि
मेरी अभीप्सा थी
कोई तो आकर मेरा साथ देगा
मेरे अकेलेपन को. आकर
समेटेगा.....
लेकिन कोई नहीं आया.
यहां तक कि न मेरे निकट कोई
शैतान आया न किसी फ़रिश्ते ने आकर मेरे कंधो को सहलाया.