मोहब्बत की सही पहचान
पवित्र रिश्ता जहां प्रेम के साथ होता है सम्मान
एक दूजे के खातिर करते हर खुशियों को कुर्बान
जहां पाने की कोई लिप्सा ना हो ना खोने का डर
हार या जीत से नहीं होती मोहब्बत की सही पहचान
दो जिस्म बस नाम के, दोनों में बसती एक ही जान
हाथ थामे साथ पार करते कठिन से कठिन इम्तिहान
मिलन हो या जुदाई, फिर भी चाहत कम ना होती
विश्वास के बंधन से होती मोहब्बत की सही पहचान
जहां जिस्मानी जरूरत नहीं, ना करते प्यार बदनाम
भेदभाव नहीं दिल में, ना मन में कोई भी अभिमान
एक निष्ठा, दृढ़ विश्वास जहां कोई छल कपट नहीं
त्याग, समर्पण से होती मोहब्बत की सही पहचान
© Rashmi Kaulwar
एक दूजे के खातिर करते हर खुशियों को कुर्बान
जहां पाने की कोई लिप्सा ना हो ना खोने का डर
हार या जीत से नहीं होती मोहब्बत की सही पहचान
दो जिस्म बस नाम के, दोनों में बसती एक ही जान
हाथ थामे साथ पार करते कठिन से कठिन इम्तिहान
मिलन हो या जुदाई, फिर भी चाहत कम ना होती
विश्वास के बंधन से होती मोहब्बत की सही पहचान
जहां जिस्मानी जरूरत नहीं, ना करते प्यार बदनाम
भेदभाव नहीं दिल में, ना मन में कोई भी अभिमान
एक निष्ठा, दृढ़ विश्वास जहां कोई छल कपट नहीं
त्याग, समर्पण से होती मोहब्बत की सही पहचान
© Rashmi Kaulwar
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