कांटा
एक कांटा उगा तने पर गुलाब के...
सुंदरता वो उसकी बढ़ाने लगा !
जब चोट लगी उसे छूने से....
लोगों ने सवाल उसपे तब कड़े किए !
क्या है गलती मेरी ?उसने हस कर कहा....
पर जवाब में उसे कुछ भी ना मिला !
गुलाब ने भी जब उसको ताने कसे....
उसी पल से दोनो अलग हो गए !
उस रात जोर से थी बिज़ली गिरी....
सोया था जो...
सुंदरता वो उसकी बढ़ाने लगा !
जब चोट लगी उसे छूने से....
लोगों ने सवाल उसपे तब कड़े किए !
क्या है गलती मेरी ?उसने हस कर कहा....
पर जवाब में उसे कुछ भी ना मिला !
गुलाब ने भी जब उसको ताने कसे....
उसी पल से दोनो अलग हो गए !
उस रात जोर से थी बिज़ली गिरी....
सोया था जो...