शायरी#63
ये कैसी बहार आयी हैं
इस शहर की फजा में
पंछियों का इंतजार करते
बूढ़े शजर खड़े हैं राह में
© Spiritajay
इस शहर की फजा में
पंछियों का इंतजार करते
बूढ़े शजर खड़े हैं राह में
© Spiritajay
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