#जंजीर
#जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
अपने मंजिल को सोचकर
मिलेगी कामयाबी एक दिन
ये दिल कह रहा हर वक्त
जो हमे न समझ पाए
क्या करना अब सोचकर
जो साथ है जिनको हमसे है
उम्मीद
खुद को प्रमिणित करेंगे
सोच कर समझकर।।
✍️कनु प्रिया
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
अपने मंजिल को सोचकर
मिलेगी कामयाबी एक दिन
ये दिल कह रहा हर वक्त
जो हमे न समझ पाए
क्या करना अब सोचकर
जो साथ है जिनको हमसे है
उम्मीद
खुद को प्रमिणित करेंगे
सोच कर समझकर।।
✍️कनु प्रिया