बहुत याद आते हो...
🌷🌷🌷🌷🌷🌷
तुम जब याद आते हो, बहुत याद आते हो
ढूंढता हूँ तुम्हे आसपास नींद में भी,
तलाशती है ये आंखें भीड़ में भी।
सुनता हूं जब चूड़ियों की खनखन,
बजती है जब पैरों की पाजेब छनछन।
एक फूल सा चेहरा आता है जेहन में,
जैसे हो कोई खिलता गुलाब उपवन में।
जब जब होता हूँ तन्हा,दिलोदिमाग में छा जाते हो,
तुम...
तुम जब याद आते हो, बहुत याद आते हो
ढूंढता हूँ तुम्हे आसपास नींद में भी,
तलाशती है ये आंखें भीड़ में भी।
सुनता हूं जब चूड़ियों की खनखन,
बजती है जब पैरों की पाजेब छनछन।
एक फूल सा चेहरा आता है जेहन में,
जैसे हो कोई खिलता गुलाब उपवन में।
जब जब होता हूँ तन्हा,दिलोदिमाग में छा जाते हो,
तुम...