इश्क़
मेरा तुम्हारे लिए इश्क़ बेशुमार है
तुम्हारी मोहब्बत थोड़ी कम भी हो तो कोई बात नही
मेरी आँखों मे तो बस तुम्हारा ही चेहरा है
तुझमे मेरी परछाई थोड़ी कम भी हो तो कोई बात नही
मैं तो तुम्हे कभी भूल ही नही पाता
वो पल जब तुम मुझे याद करो कम भी हो तो कोई बात नही
मैं तुम्हे अपना सब कुछ दे दूं
तुम मुझे अपनी ज़िन्दगी के कुछ शण देदो
कम भी हो तो कोई बात नही
क्योंकि तुम्हारे साथ के दो लम्हे ही ज़िन्दगी भर के लिए काफी है
ज़िन्दगी थोड़ी कम भी हो तो कोई बात नही
© Palash Jethaliya (Doctor sonnet )
तुम्हारी मोहब्बत थोड़ी कम भी हो तो कोई बात नही
मेरी आँखों मे तो बस तुम्हारा ही चेहरा है
तुझमे मेरी परछाई थोड़ी कम भी हो तो कोई बात नही
मैं तो तुम्हे कभी भूल ही नही पाता
वो पल जब तुम मुझे याद करो कम भी हो तो कोई बात नही
मैं तुम्हे अपना सब कुछ दे दूं
तुम मुझे अपनी ज़िन्दगी के कुछ शण देदो
कम भी हो तो कोई बात नही
क्योंकि तुम्हारे साथ के दो लम्हे ही ज़िन्दगी भर के लिए काफी है
ज़िन्दगी थोड़ी कम भी हो तो कोई बात नही
© Palash Jethaliya (Doctor sonnet )