जेता
जो समय के आँखों मे देखकर
भूत भविष्य सब जान जाएगा.......
फिर भी झुठ फरेब की दुनिया में
हर निरंतर सत्य कह पाएगा......
जो डरता ना हो युद्धभूमी से,
बस खड्ग उठाए चलता हो......
घना अज्ञान अंधेरा छाट कर,
ज्ञानज्योत जलाए जलता हो......
जो जितने की एक चाह से,
रोज जंग लडने को निकलता हो,
फिर वंचितो मे जितसंपत्ती को
निर्मल मन लूटा के आता हो......
एक सत्य समृद्ध जगत में
वही जेता फिर कहलाता हो.......
© PradnyaBhide
भूत भविष्य सब जान जाएगा.......
फिर भी झुठ फरेब की दुनिया में
हर निरंतर सत्य कह पाएगा......
जो डरता ना हो युद्धभूमी से,
बस खड्ग उठाए चलता हो......
घना अज्ञान अंधेरा छाट कर,
ज्ञानज्योत जलाए जलता हो......
जो जितने की एक चाह से,
रोज जंग लडने को निकलता हो,
फिर वंचितो मे जितसंपत्ती को
निर्मल मन लूटा के आता हो......
एक सत्य समृद्ध जगत में
वही जेता फिर कहलाता हो.......
© PradnyaBhide