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मां तुम सबसे प्यारी हो
मां तुम सबसे प्यारी हो

मां तुम सबसे प्यारी हो,हम सबकी राज दुलारी हो,
मानो न मानो फिर भी, तुम तो जान हमारी हो ,
शीतल हवा का झोंका हो तुम,विजय का पहला मौका हो तुम ,
सूरज,चांद,सितारे तुम से हैं, वन, बाग उजियारे तुमसे हैं ,
तुम आंगन की फुलवारी हो,तुम तुलसी जी की क्यारी हो,
तुम रामायण का सार हो, तुम जीवन का आधार हो,
हर घर की भक्ति हो तुम, हम सबकी शक्ति हो तुम,
तुम हो तो ही हम सब हैं, तुम हो तो ही वो रब हैं,
तुम दुआओं का सागर हो, तुम तो साहस की गागर हो,
तुम धरती की किलकारी हो,तुम अंबर राज कुमारी हो,
तुम दुःख में देवकी नंदन हो,तुम सुख का पहला वंदन हो,
तुम त्याग में सीता हो,और हर दिल की भगवद गीता हो,
तुम नदियों का एक किनारा हो,हम बच्चों का एक सहारा हो,
तुम जीने की आशा हो, तुम प्यारी–सी भाषा हो,
तुम मधुर–मधुर संगीत हो, तुम कथा कहानी गीत हो,
तुम गंगा– सी निर्मल हो, तुम पियूष–पवन सी निश्छल हो,
तुम अधरों की सच्चाई हो, तुम हर दर्द की दवाई हो,
तुम आतप में छाया हो, तुम कोमल–सी काया हो,
तुम वंशी की मीठी तान हो, तुम वसुंधरा का मान हो,
तुम पाक कला में ज्ञाता हो, तुम सचमुच भाग्यविधाता हो,
तुम शब्दों में अर्थ समान, बिन तुम्हारे हम व्यर्थ समान,
तुम प्रेम कि परिभाषा हो, तुम आनंदित अभिलाषा हो,
तुम मेरे मन का दर्पण हो, तुम सुख,संदेह, समर्पण हो,
तुम दया की मूरत हो, तुम श्रृंगार की सूरत हो,
तुम सदा ऐसे ही रहना, मेरा सबसे प्यारा सुंदर गहना।।
@poetry_gilter .