डोरियां
बाँधा मुझे इतने सलीखे से गया हैं,
की तोड़ दू कैसे वो डोरियाँ,
छूट ना जाए ढील उन डोरियों की यू कहीं,
की भागने की कोशिश में,
फस ना जाये गला मेरा।
साँसें लेने की इजाजत,
और ख्वाव बुनने का दरिया,
सिमटा हैं उन डोरियों में, ...
की तोड़ दू कैसे वो डोरियाँ,
छूट ना जाए ढील उन डोरियों की यू कहीं,
की भागने की कोशिश में,
फस ना जाये गला मेरा।
साँसें लेने की इजाजत,
और ख्वाव बुनने का दरिया,
सिमटा हैं उन डोरियों में, ...