एक दीपक जला देहरी पर रात भर ...
एक दीपक जला देहरी पर रात भर ...
लौ दिए की मचलती रही रात भर ..
मेरे आंगन मे सावन बरसता रहा ..
आंखें प्यासी की प्यासी रही रात भर ..
मेरे रेशम...
लौ दिए की मचलती रही रात भर ..
मेरे आंगन मे सावन बरसता रहा ..
आंखें प्यासी की प्यासी रही रात भर ..
मेरे रेशम...