किसी की खुशीयों पर
किसी की खुशीयों पर
क्यूं अंकुश लगाएं हम
दो दिन की दुनिया है
हंसते गाते जी ले हम
रात आएं रात जाएं
बिती बात भुल जाए हम
नए नए तरीके से
खुशियां पाएं हम
अमन चैन हो मुल्क में
भेद भाव दूर भगाएं हम
एक रंग है खुन के
तो क्यूं दुश्मन बन जाए हम
पताका प्रतिक है एक दुजे के
तो क्यों रंगों में बट जाएं हम
नफ़रत की आग भड़काएं
क्यूं आग लगाएं हम
जवानी है, जिंदगी है
बुढ़ापे में कैसे चल पाएं हम
बड़ी मुश्किल से रहते है रोड़ पर रहने वाले ...
क्यूं अंकुश लगाएं हम
दो दिन की दुनिया है
हंसते गाते जी ले हम
रात आएं रात जाएं
बिती बात भुल जाए हम
नए नए तरीके से
खुशियां पाएं हम
अमन चैन हो मुल्क में
भेद भाव दूर भगाएं हम
एक रंग है खुन के
तो क्यूं दुश्मन बन जाए हम
पताका प्रतिक है एक दुजे के
तो क्यों रंगों में बट जाएं हम
नफ़रत की आग भड़काएं
क्यूं आग लगाएं हम
जवानी है, जिंदगी है
बुढ़ापे में कैसे चल पाएं हम
बड़ी मुश्किल से रहते है रोड़ पर रहने वाले ...