सुकू
यहाँ सब ही किसी न किसी उलझन में है
थोड़ा या ज्यादा सब ही मंथन में हैं
सुकून किसी को नहीं यहां मयस्सर
तलाश- ए-सुकूं की जुस्तजू में है...
थोड़ा या ज्यादा सब ही मंथन में हैं
सुकून किसी को नहीं यहां मयस्सर
तलाश- ए-सुकूं की जुस्तजू में है...