वक़्त की अहमियत
जब नज़रों के सामने थे हम,
तब उन्हें अहमियत नहीं थी हमारी,
अब हम लापता है उनकी दुनिया से,
और वो तलाशते है हमें,
खाली जगहों पर हमारी।
जहाँ पहले रुक कर बातें,
करने का वक्त था नहीं उनके पास,
अब वही बहाने ढूँढ़ते है,
हमारी बातों के लिए।
जहाँ पहले तस्वीरों में ना शामिल,
होने का बहाना बार बार करते थे,
अब वही ढूँढ़ते है,
तस्वीरें साथ की हमारी।
हमारी चुप्पी ने बताया उन्हें,
की थे क्या हम उनकी ज़िंदगी में,
अब क्या फायदा उस वक़्त को ढूँढ़ने का,
जो बीत गया कबका।
गुजरा हुआ कल था साथ हमारा,
जब तक...
तब उन्हें अहमियत नहीं थी हमारी,
अब हम लापता है उनकी दुनिया से,
और वो तलाशते है हमें,
खाली जगहों पर हमारी।
जहाँ पहले रुक कर बातें,
करने का वक्त था नहीं उनके पास,
अब वही बहाने ढूँढ़ते है,
हमारी बातों के लिए।
जहाँ पहले तस्वीरों में ना शामिल,
होने का बहाना बार बार करते थे,
अब वही ढूँढ़ते है,
तस्वीरें साथ की हमारी।
हमारी चुप्पी ने बताया उन्हें,
की थे क्या हम उनकी ज़िंदगी में,
अब क्या फायदा उस वक़्त को ढूँढ़ने का,
जो बीत गया कबका।
गुजरा हुआ कल था साथ हमारा,
जब तक...