इन्सान इन्सान बना रहे ,बाखूदा ना सही, नाखूदा ना बने
मगरूर होके निगाहो में ना उठ पाये
ऐसी कोई शोहरत ना बने
इन्सान इन्सान बना रहे ,
बाखूदा ना सही, नाखूदा ना बने
ये राहे बडी मशरूफ हैं, सोच समझकर चलना
कही मंजिल से पहले, मौत हमसफर ना बने
अपनो से बिछडकरभी, दुनिया भले आबाद रखे
जिस...
ऐसी कोई शोहरत ना बने
इन्सान इन्सान बना रहे ,
बाखूदा ना सही, नाखूदा ना बने
ये राहे बडी मशरूफ हैं, सोच समझकर चलना
कही मंजिल से पहले, मौत हमसफर ना बने
अपनो से बिछडकरभी, दुनिया भले आबाद रखे
जिस...