...

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(मुझे बस चाँद पर भरोसा है)
मुझे बस चाँद पर भरोसा है
उसकी चाँदनी मे भेदभाव नही है l
चाँदनी भी एक समान परोसता है सबको
मेरा पहला साथी ,और पहला बचपन
का खिलौना l
तुझे पाने के लिए एक थाली मे पानी भरकर
तुझे करीब से देखा l

ठहरे हुए पानी मे चाँद की आब बिखरी थी
खुद का भी सुकून भरा चेहरा देखा
ऐसा लगा मेरे मुस्कुराने पर वो भी मुस्कुराया
मैने पानी पर हाथ फेर कर चाँद को हिला दिया
और अपने चहरे को भी पर ,
थोड़ी देर मे ही वो स्थिर हो गया
और मै भी l
Pooja Chauhan
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