मंजिल
मुश्किलों से तुझे लड़ना है
जीत को हासिल करना है
क्या हुआ अगर तू अकेला है
फिर भी तू मुश्किलों का विजेता है
सुरज बनकर चमकना है अगर
तो चाँद बनकर रात को जागना है
अपने मंज़िल के कांटों को तोड़कर
लक्ष्य की और भागना हैं।
जीत को हासिल करना है
क्या हुआ अगर तू अकेला है
फिर भी तू मुश्किलों का विजेता है
सुरज बनकर चमकना है अगर
तो चाँद बनकर रात को जागना है
अपने मंज़िल के कांटों को तोड़कर
लक्ष्य की और भागना हैं।