आशना
फूलों से लहराना सीखा होगा
कलियों से शरमाना,
बेबाक हवा सी झलकियां,
सतरंग सुहानी आशना,
उस आशना को देखूं तो,
हर ग़म से कोसों दूर मिलूं,
उन लाल गुलाब के होठों...
कलियों से शरमाना,
बेबाक हवा सी झलकियां,
सतरंग सुहानी आशना,
उस आशना को देखूं तो,
हर ग़म से कोसों दूर मिलूं,
उन लाल गुलाब के होठों...