...

8 views

दादो कय अपनी बेटी सी.
कुछ छु कर गुजर गयी, वो यादे पुरानी थी
जो आखो मे रह गयी ,वो अधूरी कहानी थी
मंजर ही कुछ खुशनुमा रहता था यारो,
वो हमारी दोस्ती नही ,पूरी जिंदगानी थी 😇😇😇😇😇😇😇😇😇😇😇



© All Rights Reserved