अब क्या कहे।
लम्हों में समझ जाते है कुछ लोग इश्क किसी का
कोई सारी जिंदगी गुजार कर भी सवाल करता है।
मुश्किले और भी उस वक़्त बढ़ जाती है
जब मेहबूब अपनी आंखों से गैरों का इजहार करता है।
© Danish ppt
कोई सारी जिंदगी गुजार कर भी सवाल करता है।
मुश्किले और भी उस वक़्त बढ़ जाती है
जब मेहबूब अपनी आंखों से गैरों का इजहार करता है।
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