...

10 views

यकीन
चाहे वो कितने ही गुस्से में मुझे अलविदा या बाय फॉर एवर कह दे,
मुझे यकीं है ; वो लौट आएगा मुस्कुराता हुआ नए साल की तरह।

उसको मेरे जवाब पे यकीं होगा या नहीं मुझे परवाह नहीं,
मुझे यकीं है; वो कभी नहीं आएगा मेरे सामने सवाल की तरह।

किसी का बुरा करने से पहले सोच ले 'ग़ाफ़िल'
जिंदगी सब सूद समेत लौटाएगी उधार की तरह।