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यकीन
चाहे वो कितने ही गुस्से में मुझे अलविदा या बाय फॉर एवर कह दे,
मुझे यकीं है ; वो लौट आएगा मुस्कुराता हुआ नए साल की तरह।
उसको मेरे जवाब पे यकीं होगा या नहीं मुझे परवाह नहीं,
मुझे यकीं है; वो कभी नहीं आएगा मेरे सामने सवाल की तरह।
किसी का बुरा करने से पहले सोच ले 'ग़ाफ़िल'
जिंदगी सब सूद समेत लौटाएगी उधार की तरह।
मुझे यकीं है ; वो लौट आएगा मुस्कुराता हुआ नए साल की तरह।
उसको मेरे जवाब पे यकीं होगा या नहीं मुझे परवाह नहीं,
मुझे यकीं है; वो कभी नहीं आएगा मेरे सामने सवाल की तरह।
किसी का बुरा करने से पहले सोच ले 'ग़ाफ़िल'
जिंदगी सब सूद समेत लौटाएगी उधार की तरह।
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