...

1 views

रहें ना दिलों में दूरियां
//रहें ना दिलों में दूरियां//

रहें ना दिलों में दूरियां किसी को अपना बनाकर तो देखो
भुलाकर गलतियों को माफ़ करके, प्यार लुटाकर तो देखो

दिल की दूरियां इतनी ना बढ़े की नजदीकियां ना हो कभी
उससे पहले ही अपनो को दिल में जगह देकर तो देखो

हल्का होगा मन का बोझ, किसी से तकलीफ़ बाटने से
समझकर उसे, कभी किसी के गम को अपनाकर तो देखो

सुनने, देखने और समझने में बहुत ज्यादा अंतर होता है
दूरियां बढ़ानेवाली हर उलझन को सुलझाकर तो देखो

दूरियां बढ़ाती गलतफहमियां मन में आने ना देना कभी
स्थिति, परिस्थिति, वक्त का तकाज़ा जानकर तो देखो

निश्छल प्रेम के साथ साथ, रिश्तों में विश्वास भी जरूरी है
संपूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ रिश्ता निभाकर तो देखो

दिल की दूरियां भी नजदीकियों में बदल जाएगी एकदिन
एकबार तुम दिल तोड़नेवाले से ही दिल लगाकर तो देखो
© Rashmi Kaulwar