मेरे जीवन का पतझड़
यह पतझड़ वृक्षों का नहीं
मेरे जीवन का भी पतझड़ है
जैसे वृक्षों की पत्तियां झड़ती ही जा रही हैैं
मेरे जीवन से हर खुशी रूठती ही जा रही हैैं
जैसे वृक्षों की पत्तियां पीली हो जाती हैं
ऐसे ही मेरे जीवन में उदासी ही
उदासी नजर आती हैं।
© Purnima
मेरे जीवन का भी पतझड़ है
जैसे वृक्षों की पत्तियां झड़ती ही जा रही हैैं
मेरे जीवन से हर खुशी रूठती ही जा रही हैैं
जैसे वृक्षों की पत्तियां पीली हो जाती हैं
ऐसे ही मेरे जीवन में उदासी ही
उदासी नजर आती हैं।
© Purnima