पन्ने डायरी के
राम मजबूती देना तेरे हर शख्स को , पत्थरो सा होने से बचाना, कुछ फूल मुरझा जाए, तो भी क्या,तुम मुस्कुराना, और आँखें नम हो, शरीर साथ छोड़े, तो ये भी सही, तुम राम के आगे ही झुक जाना ।
कछु न, जानू के मिथक, का जगत
जे बोऊ प्रेम, जाई जागे प्रेम, कल था छुपा आज होई गा उजागर...
कछु न, जानू के मिथक, का जगत
जे बोऊ प्रेम, जाई जागे प्रेम, कल था छुपा आज होई गा उजागर...