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रुसवा
सबको रुसवा बारी बारी किया करो!
हर मौसम में फतवे जारी किया करो!
नींदो का आँखों से रिश्ता टूट चुका है!
अपने घर की पहरेदारी किया करो!!
रोज वही एक कोशिश जिंदा रहने की!
कभी मरने की भी कुछ तैयारी किया करो!!
कतरा-कतरा शबनम गिनकर क्या होगा!
दरियाओ की दावेदारी किया करो!!
चाँद ज्यादा रोशन है तो रहने दो!
जुगनू भैया मत मन भारी किया करो
हर मौसम में फतवे जारी किया करो!
नींदो का आँखों से रिश्ता टूट चुका है!
अपने घर की पहरेदारी किया करो!!
रोज वही एक कोशिश जिंदा रहने की!
कभी मरने की भी कुछ तैयारी किया करो!!
कतरा-कतरा शबनम गिनकर क्या होगा!
दरियाओ की दावेदारी किया करो!!
चाँद ज्यादा रोशन है तो रहने दो!
जुगनू भैया मत मन भारी किया करो
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