इंतज़ार....
ना दिन गुज़र रहे हैं, उन ही के इंतज़ार में।
तन्हा से हो गए हैं, हम उन ही के प्यार में।।
ना रंग नज़र आते है, बसंत की बहार में।
ना भीग ही हम पाते हैं, सावन...
तन्हा से हो गए हैं, हम उन ही के प्यार में।।
ना रंग नज़र आते है, बसंत की बहार में।
ना भीग ही हम पाते हैं, सावन...