प्यार की ख़ातिर
खुद को ख़ो दिया तेरे प्यार की ख़ातिर
वजूद खुद का मिटा दिया तेरे प्यार की ख़ातिर
हरपल मुझे सब्र से गुजरना पड़ता तेरे प्यार की ख़ातिर
बेकद्री झेलनी पड़ती मुझे तेरे प्यार की ख़ातिर
दर्द सह लेते आसुँ भी पी लेते तेरे प्यार की ख़ातिर
मरहम तो ना मिलता मरहम की जगह मर हम जाते तेरे प्यार की ख़ातिर
टिश उठती कई दफ़ा ऐसा क्यों होता मेरे साथ तेरे प्यार की ख़ातिर
फिर सोचती प्यार तो मैंने किया बिना किसी उम्मीद के जितना मिला बहुत है मेरे लिये तेरे प्यार की...
वजूद खुद का मिटा दिया तेरे प्यार की ख़ातिर
हरपल मुझे सब्र से गुजरना पड़ता तेरे प्यार की ख़ातिर
बेकद्री झेलनी पड़ती मुझे तेरे प्यार की ख़ातिर
दर्द सह लेते आसुँ भी पी लेते तेरे प्यार की ख़ातिर
मरहम तो ना मिलता मरहम की जगह मर हम जाते तेरे प्यार की ख़ातिर
टिश उठती कई दफ़ा ऐसा क्यों होता मेरे साथ तेरे प्यार की ख़ातिर
फिर सोचती प्यार तो मैंने किया बिना किसी उम्मीद के जितना मिला बहुत है मेरे लिये तेरे प्यार की...