ख़्वाब ही है
एक हसीन ख़्वाब, वजह मुस्कुराने की देता है।
ख़्वाब ही तो है ,ये तेरा क्या लेता है।
हकीक़त में तब्दील, कभी हम कर ना पाएंगे
ख़्वाब ही तो है, ख़्वाब में ही जी आएंगे
इतना तो आज़ाद रख, रोशनी के कुछ सुराख रख।
ख़्वाब में खुश रहने का, मेरा भी है कुछ तो हक।
ख़्वाब ही तो है ,ये तेरा क्या लेता है।
हकीक़त में तब्दील, कभी हम कर ना पाएंगे
ख़्वाब ही तो है, ख़्वाब में ही जी आएंगे
इतना तो आज़ाद रख, रोशनी के कुछ सुराख रख।
ख़्वाब में खुश रहने का, मेरा भी है कुछ तो हक।