...

10 views

'आजादी अभी अधुरी है'
पन्द्रह अगस्त का दिन कहता-आजादी अभी अधुरी है।
सपने सच होने बाकी है, रखी की सपथ अभी अधुरी है।।


जिनकी लाशों पर पग धर कर आजादी भारत में आई।
वे अब तक है खानाबदोश गम की काली बदली छाई ।।


कलकत्ते के फूटपथों पर जो आँधी-पानी सहते हैं ।
उनसे पूछो,पन्द्रह अगस्त के बारे में क्या कहते है।।


हिंदु के नाते उनका दुख सुनते यदि तुम्हे लाज आती।
तो सीमा के उस पार चलो सभयता जहाँ कुचली जाती।।


इन्सान...